मंगलवार

देश का दीपक !

आज देश का एक और दीपक  बुझ गया !  जो अपने जीवन काल में सिर्फ और सिर्फ अपने देश के लिए जीया हो, सिर्फ अपने इस जगत जननी मातृभूमि के जीया  हो. ऐसे इंसान क्या फिर आएंगे  ?  कितने शदी के बाद ऐसी आत्मा का पुनर्जन्म इस पावन मिटटी पर पावन और देशभक्त आत्मा का जनम होता है. ऐसे ही पावन और पवित्र आत्मा श्री कलाम साहेब को श्रद्धांजलि। …

आज जब हमारे देश में ऐसे हो महापुरुषों की जरुरत है , उनके अनुभव की हमारे देश की जरुरत है, वो हमें इस देश को , इस धरती को छोड़ चले गए।

हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं, की फिर से हमारे देश में कलाम साहेब को जन्म दे ताकि इस देश का कल्याण और उद्धार हो.

जिनके ह्रदय में सिर्फ देश और देश हो… न को भेदभाव न को घमंड , न अभिमान। …ऐसे महापुरुष कितने सदियों के बाद ,,,जनम लेते है , और देश वाशियों को दर्शन का सुभाग्य मिलता है.

भगवान इनकी आत्मा को शांति दे , फिर से इनको आत्मा को भारतवर्ष में जन्म दे है , यही कामना है।

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